कुलथी दाल
वजन कम करने वालोंं के लिए यह दाल बहुत अच्छी है। इसमें कैल्शियम, आयरन विटामिन - ए, फास्फोरस, प्रोटीन, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट होते हैं। कुल्थी दाल (हॉर्स ग्राम) जो मधुमेह, मासिक धर्म की गड़बड़ी, कब्ज, किडनी स्टोन और मोटापा आदि से ग्रस्त हैं उनके लिए भी गुणकारी है। स्वस्थ आदमी भी इसे खा सकता है |

भिगोने का समय- 8 घंटे
पकाने का समय- 1 घंटा

भिगोने का समय- 8 घंटे
पकाने का समय- 1 घंटा
सामग्री
- कुलथी दाल - 150 ग्राम
- प्याज (बारीक कटा हुआ) - 1
- टमाटर ( बारीक पीसें हुए) - 2
- लहसुन अदरक का पेस्ट (दरदरा कुटा हुआ)
- जीरा - 1/2 छोटा चम्मच
- हींग - चुटकी भर
- घी - 1 बड़ा चम्मच
- पानी - 1 1/4 लीटर (लगभग)
- नमक स्वादानुसार
- लाल मिर्च पाउडर - 1/4 छोटा चम्मच
- काली मिर्च पाउडर - 1/4 छोटा चम्मच
- धनिया पाउडर - 1/2 छोटा चम्मच
- गरम मसाला - 1/4 छोटा चम्मच
- गाढ़ा दही - 2 बड़े चम्मच
- हरा धनिया सजावट के लिए
बनाने का तरीका
सबसे पहले कुलथी की दाल को बारीकी से साफ करें इसमें बहुत बारीक -बारीक पत्थर भी होते हैं।
साफ करने के बाद दाल को 7 से 8 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें । 8 घंटे के बाद दाल को कुकर में डाले और पानी, नमक और हल्दी डालकर उबाले ।
1 सीटी आने के बाद 45 मिनट के लिए धीमी आंच पर रहने दें। कढ़ाई पनीर बनाने की विधि
अब दूसरा बर्तन ले।
अब इसमें घी डालें जब घी गरम हो जाए तब इसमें जीरा और हींग डालें।
जब जीरा अपना रंग बदल ले तब इसमें प्याज डालें
, 1 मिनिट भूने और कुटा हुआ अदरक लहसुन डालें और 1 मिनिट भूनें।
अब इसमें टमाटर प्यूरी डाले और मध्यम आंच पर पकाए।
जब मसाला अच्छे से भून जाए तब आंच धीमी रखें अब धनिया, काली मिर्च और लाल मिर्च डालें ।
इस दौरान दाल बन गई हो तो कुकर खोलिए, दाल गल चुकी होगी लेकिन अच्छी तरह से मिक्स नहीं होगी ।
जब तड़का घी छोड़ दें तब दाल का सारा पानी तड़के में डाल लें ।
दाल को कुकर में ही रहने दे , दाल को चम्मच या मैेशर से मैश कर लें ,इससे दाल अच्छी तरह घुली हुई बनेंगी।
जब दाल का पानी 2 से 4 मिनट के लिए उबल जाए तब इसमें दाल डाल लें और उबलने दें।
अब गैस बंद कर दें।
दही और गरम मसाला पाउडर डालकर अच्छी तरह से हिलाएं।
हरे धनिए से सजाए।
चावल या रोटी के साथ इस का आनंद उठाए।
No comments:
Post a Comment